जब भी मैं हिंदी में ऋ की मात्रा वाले शब्दों (ri ki matra wale shabd) के बारे में सोचता हूं, तो सच बताऊं, थोड़ा घबराहट सी होती है। बाकी सारी मात्राएं तो समझ में आ जाती हैं, पर “ऋ” वाली कुछ अलग ही तरह की लगती है। स्कूल के दिनों में जब ये पढ़ाई जाती थी, तो कई बार समझ नहीं आती थी कि कहाँ कैसे लगानी है।
“ऋ” की मात्रा होती क्या है?
सीधा सा जवाब है: ये वो मात्रा है जो ‘ऋषि’, ‘कृपा’, ‘गृह’, जैसे शब्दों में आती है। इसे लिखना और बोलना थोड़ा अलग होता है क्योंकि उसका आवाज़ बाकी मात्राओं से थोड़ा हटकर होता है।
कुछ सामान्य शब्द जिनमें “ऋ” की मात्रा आती है:
- ऋषि
- कृपा
- गृह
- कृषि
- पृथ्वी
- दृष्टि
- मृत
- सृष्टि
- ऋतु
- श्रमिक
मेरा अनुभव क्या कहता है?
मेरे अनुसार, “ऋ” की मात्रा वाले शब्दों (ri ki matra ke shabd) का एक अलग ही आकर्षण होता है। जैसे कोई पुरानी किताब खोल ली हो या संस्कृत की क्लास में पहुंच गए हों। इनमें थोड़ी गंभीरता होती है, जैसे ‘कृपा’ या ‘पृथ्वी’, दोनों शब्द छोटे हैं पर इनका अर्थ बहुत गहरा है।

बच्चों के लिए थोड़ी कठिन हो सकती है
अगर आप किसी छोटे बच्चे को हिंदी सिखा रहे हैं, तो “ऋ” की मात्रा समझाना थोड़ा समय ले सकता है। इसकी ध्वनि रोज़मर्रा की बातचीत में कम सुनाई देती है, इसीलिए बच्चे जल्दी नहीं पकड़ पाते।
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इसे याद रखने के कुछ आसान तरीके:
- रोज़ एक नया शब्द चुनें और उसका मतलब समझें
- शब्दों को वाक्य में बोलकर अभ्यास करें
- जैसे: ऋषि ने ज्ञान दिया।
- किसान कृषि करता है।
Ri Ki Matra Ke Do Akshar Wale Shabd Hindi Mein
कृपा | मृदा |
वृथा | तृस |
पितृ | मृदु |
कृश | तृष्णा |
दृष्टि | भृत्य |
कृग | नृप |
स्मृति | ऋक |
तृण | वृंद |
वृक्ष | कृती |
मृत्यु | मृग |
तृषा | ऋषि |
मृत | हृत |
नृत्य | मृड |
धूर्त | भृगु |
ऋण | वृत्त |
कृष | कृपा |
तृप्ति | धृता |
वृदि | गृह |
वृद्धा | वृंद |
पितृ | ऋजु |
कृष | दृष्टि |
मृदा | ऋतु |
भृत | मृत्यु |
तृप्त | नृत |
ऋचा | तृस |
मृग | वृक्ष |
गृह | मृत |
तृष्णा | तृण |
कृपा | भृत्य |
नृप | ऋक |
Ri Ki Matra Wale Teen Akshar Ke Shabd in Hindi
प्रवृति | संस्कृति |
प्रकृति | कृपाली |
कृपाल | मृदुता |
कृषक | कृतज्ञ |
कृतज | कृपालु |
गृहस्थ | मसृण |
कृत्रिम | अमृत |
ऋत्विज | कृपया |
कृतघ | मृगनी |
कृपाण | नृशंस |
मृणाल | गृहणी |
वृहद | अमृत |
घृणित | तृतीय |
नृतक | तृतीया |
वृषभ | गृहिणी |
भृकुटी | हृदय |
मृगारि | पृथक |
मृतक | विकृत |
अमृता | ऋषभ |
कृपण | अमृत |
वृश्चिक | शृंगाट |
आकृति | कृदंत |
वृषण | उत्कृष्ट |
ऋक्षर | शृंखला |
कृतघ्न | अदृश्य |
वृतांत | ऋत्विक |
शृगाल | सृजन |
श्रृंखला | वृतांत |
नृत्यांत | मृदुल |
गृहात | कृतांत |
Char Akshar Ke Ri Ki Matra Wale Shabd Hindi
कल्पवृक्ष | अतिगृह |
धृतराष्ट्र | वृंदावन |
दूरदृष्टि | कृषिवाणी |
ऋतुराज | कृष्णकान्त |
मातृशक्ति | गृहयुद्ध |
पृथ्वीपति | अनुकृति |
मृत्युदंड | सरीसृप |
मातृकृपा | ऋषिकेश |
ऋषिवर | कृष्णभक्त |
कलाकृति | ऋद्धिमता |
कृपादृष्टि | पुरुस्कृत |
बृहस्पति | गृहभेदी |
अपहृत | प्रतिक्रति |
कृष्णपाल | मृणालिनी |
वृद्धावस्था | परिष्कृत |
अनुवृत्ति | वृक्षावली |
सृपाटिका | मृगराज |
पृथ्वीराज | पृथ्वीनाथ |
वृक्षासन | मृत्युदण्ड |
कृष्णकांत | कृपाचार्य |
मातृभूमि | मृगतृष्णा |
पुरावृति | नृपंजय |
बहिष्कृत | वटवृक्ष |
पृथकता | पृथुकीर्ति |
पृथ्वीपुत्र | पृष्ठोदय |
पृषभाषा | दृष्टिवंत |
तृणमय | तृषावंत |
मृतलेखा | मृषार्थक |
मृगांडजा | सुआकृति |
मृगाराति | मृगादन |
गृहागत | गृहदेवी |
गृहक्लेश | गृहकर्म |
घृताहुति | वृषाकार |
वृषाकृति | वृषभांक |
वृषासुर | शृंगारना |
शृंगारक | शृंगारण |
शृंखलता | शृंगारित |
शृंखलक | नृपासन |
हृदावर्त | हृदयेश |
हृदयालु | हृदयात्मा |
हृदामय | अतिकृत |
अतिवृष्टि | ओलावृष्टि |
पितृघाती | मातृहंता |
अनावृष्टि | अनावृत्ति |
तृणभोजी | ऋतुमय |
Ri Ki Matra Ke Paanch Akshar Ke Shabd
मृगनयनी | सृजनशील |
मृत्योर्मुक्षीय | अतिथिगृह |
गृहप्रवेश | ऋतुगमन |
पुनरावृत्ति | गृहस्थाश्रम |
गृहदेवता | गृहभेदन |
कृपालसिंधु | हृदयप्रिय |
ऋतुवर्णन | हृदयानुग |
हृदयावेग | हृदयाकाश |
नीचप्रवृत्ति | हृदयेश्वर |
अमृतसर | अमृतपान |
मकराकृति | नदीमातृक |
ऋतुपर्याय | निकृष्टतम |
दृश्यपटल | उछृंखलता |
Ri Ki Matra Wale Vakya Hindi Mein
Hindi Sentence | English Sentence |
देश में अनाज उगाने के लिए कृषक होना जरूरी है | It is necessary to be a farmer to grow crops in the country. |
ऋषभ एक होनहार लड़का है | Rishabh is a talented boy. |
दुनिया की सृष्टि बहुत सुंदर बनाई गई है | The creation of the world is very beautiful. |
पृथ्वी जल, वायु, थल, और अग्नि से मिलकर बनी है | The Earth is made up of water, air, land, and fire. |
कृपया मुझे जाने की आज्ञा दीजिए | Please give me permission to leave. |
मृदुल पांचवी से छठी कक्षा में गया है | Mridul has moved from fifth to sixth grade. |
हमें प्रकृति की सुरक्षा करनी चाहिए | We should protect nature. |
राम की बहन बहुत अच्छा नृत्य करती है | Ram’s sister dances very well. |
ऋषियों के पास बहुत ज्ञान होता है | Rishis possess a lot of knowledge. |
कल रात को ग्रहण लगने वाला है | There is going to be an eclipse tomorrow night. |
अंत में मेरी बात
“ऋ” की मात्रा कठिन ज़रूर लगती है, लेकिन अगर इसे ध्यान से सीखा जाए तो यह भाषा को और भी सुंदर बना देती है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि थोड़ा समय देकर अपनाना चाहिए।
बस इतनी सी बात थी जो मेरे मन में थी इस मात्रा को लेकर।